18 December 2021

● युवा स्पेशल ●

ये पोस्ट उसे बहुत ध्यान से पढ़नी चाहिए जो किशोरावस्था से निकल कर युवावस्था की तरफ बढ़ रहे हैं.. मेरी योग्यता किसी दार्शनिक कि नहीं है ! जमीनी सच लिखता रहता हूँ ताकि किसी पर तो अच्छा प्रभाव पड़े.. 

देश कि वर्तमान परिस्थितियों के अनुरूप एकदम तैयार रहने का वक्त है ! सरकार एक के बाद एक मोनेटाइजेशन स्कीम ला रही है.. ये स्कीम है क्या, दूरगामी परिणाम क्या होंगे इसे पूरी तरह समझने का प्रयास करें ! आसपास के बैंक, रेलवे, ऑर्डिनेन्स बोर्ड, ऑयल कंपनियां, LIC जैसी संस्थाओं के कर्मचारियों का चीखना चिल्लाना महसूस करने की कोशिश करें !

देश धीरे धीरे पूंजीवाद की तरह शिफ्ट होने की प्रक्रिया में चल पड़ा है.. आप जो हर बात में भारत की तुलना चीन और अमेरिका से करते फिरते थे न, उसी चीन अमेरिका को टक्कर देने के लिए अपनी व्यवस्थाएं बदली जा रही है.. इस व्यवस्था परिवर्तन का शिकार एक तो निठल्ले कामचोर और कुर्सीतोड़ अधिकारी / कर्मचारी होंगे और इसका सबसे अधिक प्रभाव उन किशोरों पर पड़ने वाला है जो युवा बनने वाले हैं...

रोजगार कि सीमित सम्भावनाओं के बीच ये करेंगे क्या !!! गर्लफ्रैंड सेट करने, रील्स बनाने और थाना थाने के बाद कि लाइफ कैसी होगी ???

सरकारी नौकरी में अब जंगल का नियम लागू हो गया है.. जंगल के नियम में थोड़ा भी कमजोर सबसे पहले मारा जाता है, शिकार सीमित है और खाने वाले असंख्य हैं तो सोचो क्या हश्र होना है !हमारी बौद्धिक अवस्था का सबसे अधिक विकास किशोरावस्था में होता है.. आपका ब्रेन डिसाइड करता है कि आपकी एबिलिटी क्या है और आगे की जिंदगी आपका शरीर कुत्ते की तरह जियेगा या शेर की तरह !

उस मस्तिष्क की रचनात्मकता की हत्या आप स्वयं कर देते हो जब आप किसी के मोह में फंस जाते ! ये क्षणिक है, ईश्वर से हमेशा कामना करो कि इस उम्र में ये मोहपाश आपको न हो.. मिले ही नहीं, कोशिश भी करो तो वो दुतत्कार दे.. हर व्यक्ति के अंदर दो चेहरे होते हैं ! इतना काबिल बनो कि उसका असली चेहरा देखने से पहले जड़ से हटा दो !

क्योंकि ये नशा सारे मादक पदार्थों में अव्वल है.. इस नशा से बचे रहने का उपाय है कि ईश्वर के समक्ष झुके रहना है !

पढ़ाई एकदम कमांडो ट्रेनिंग की तरह करनी है ! बेहद अनुशासन में 10th से ग्रेजुएशन तक बिताना है ! पढ़ाई करने को 4 बजे सुबह उठने का मतलब 4 बजे.. 10 मिनट अलार्म स्नूज़ कर रहे तो समझो, तुमसे न हो पायेगा.. सबको धोखे दे रहे तुम..

चलो मान लेते हैं अगर सरकारी नौकरी न लगी तो कम से कम भूखे न मरोगे.. योग्यता तुममे हैं तो कॉर्पोरेट जगत कार्पेट बिछा के स्वागत करेगा.. मूर्खों की बस्ती में ठग भूखे नहीं मरते ! कुछ न कुछ तो जुगाड़ लगेगा ही, नहीं लगा तो खुद जिम्मेदार रहोगे क्योंकि शायद कहीं तुमने चूक की !

बाबू सोना से अभी दूर होना मुश्किल लगता होगा लेकिन उससे कठिन तब होगा जब वो तुम्हे दुतत्कार के इसी सोशल मीडिया पर अपने नए बाबू के साथ चिपक चिपक के फोटू डालेगी..

तुम तड़पने के सिवाय क्या करोगे, बताओ ???

तुम अगर गरीब परिवार से आते हो तो सिर्फ विद्या ही वो रास्ता है जिससे तुम अपनी पीढ़ी को इस दुष्चक्र से उबार सकते ! लाइफ में भरपूर समझ विकसित करने पर ध्यान देनी है ! माइंड को सिर्फ ट्रेंड करते रहना है, स्मार्ट तरीके से अपना लक्ष्य स्थापित करके बढ़े चलना है फिर एक दिन वही तुम्हें इस जंगल में अपना वर्चस्व स्थापित करके देगा...

❤️❤️❤️



राजनीतिक समझ

#Memorable_Journey

वाकई ये यात्रा काफी शानदार रही ! एक साथ जिंदगी के कई आयाम सिद्ध हुए !

मैं कोई रईस टाइप बैकग्राउंड से नहीं आता, ग्रेजुएशन तक रेस्टॉरेंट के खाने का स्वाद तक भी पता न था, शहर के बाहर कदम भी नहीं रखा था ! सारी पढ़ाई लिखाई राम भरोसे होती रही !

प्रकृति ने थोड़ा सा इंटेलिजेंस दिया है तब ही जीवन की नैया धीरे धीरे आगे बढ़ रही है ! यह खुद में आश्चर्य है कि कई ऐसी जगह मैं पहुंचा जहां शायद ही मेरी योग्यता हो ! मैं बहुत साधारण हूँ परंतु मेरी वह जगह प्रकृति ने नियत की..

अपनी बौद्धिकता का कभी नंगा नाच नहीं करना है ! देश और समाज में घटित हो रही हर अच्छी चीजों को समाहित करते जाओ.. एक सकारात्मक और आशावादी जिंदगी चाहिए तो राष्ट्रवाद से ओत प्रोत बने रहना है ! एक अच्छे व्यक्तित्व को विकसित करने के लिए हममें राजनीतिक और रणनीतिक समझ होना चाहिए..

बिना राजनीति आप एक रीढ़ विहीन केंचुए के अलावे कुछ नहीं हो ! इसका मतलब ये भी नहीं कि किसी पार्टी के झंडे थाम लो या युवा मंडल सचिव अध्यक्ष का पद पाने, चाटूकारिता करने में खुद को नष्ट कर लो ! इस राष्ट्र को चलाने में आप सहयोग करो.. पहले खुद का भविष्य तय करना है और समानांतर रफ्तार से इस राष्ट्र का भी भविष्य संरक्षित करने का दायित्व निभाना है !

हमारे ऊपर बनाई जाने वाले नीतियों और नियमों पर सरकार से संवाद करने का प्रयास करना चाहिए ! संवाद तभी होगा जब ये सब चीजें आपको समझ आयेंगी !

कान में हैडफ़ोन ठूंसे, पॉप म्यूजिक सुनने वाले युवा क्या संवाद करेंगे.. उन्हें ये राष्ट्रवाद, देशप्रेम शब्द भी राजनीति का हिस्सा लगता है !

बिग बॉस देखने वाली आबादी से अपेक्षा रखोगे कि वह संसद में होने वाली डिबेट, प्रस्ताव आदि को समझ लेगा तो मूर्खता के अलावा कुछ नहीं है !

इनकी दुनिया रीढ़विहीन है.. जिसे उस संसद के बहस कि, कानूनों की समझ नहीं है, जिसके नियमों के बेसिस पर उन्हें नौकरियां मिलेगी.. रोजगार के स्त्रोत तय होंगे.. उनकी उच्च शिक्षा, PCS सेवा, बहाली प्रक्रिया, हमारी इकॉनमी सब कुछ नियत हो रही होती है..

वहां ये केंचुए के तरह पड़े रहकर अय्याशी काटते हैं !!

फिर चिल्लाते मिलेंगे की सरकार तो नौकरियां खा गई.. अर्थव्यवस्था डूब रहा है, नौकरियां जा रही है !

तुम्हें जिस वक्त सरकार को अपने अनुसार चलवाना था, उस पर प्रेशर बनाना था, सुझाव भेजना था तब मोबाइल में घुस के बाबू को मना रहे थे और बीबर के गानों पर थिरक रहे थे.. मजे से राजनीति बताकर हर चीज का मजाक उड़ाते रहे..

ये स्पष्ट है कि आप अपने ऊपर लागू होने वाले हर कानूनों पर बारीक नजर बनाओ.. उसके दूरगामी परिणामों को समझने की समझ विकसित करने में दिमाग खपाओ ! रोज अखबार पढ़ना सीखो.. ऑनलाइन संसद या विधानसभा के बिलों को स्टडी करो, सरकार के पास सुझाव आपत्ति पहुँचाते रहो..

ये सब छोटी छोटी चीजें आपको बहुत आगे ले जाएगी ! आपकी समझ और दूरदर्शिता काफी तीक्ष्ण हो जाएगी.. इतनी पैनी की तुम इस सिस्टम को भेद सकोगे...

#जय_हिंद 🇮🇳