15 August 2021

● आजाद भारत के 75 वर्ष 🇮🇳 ●


हमारा स्वाधीन भारतवर्ष अपनी आजादी की 75 वीं वर्षगाँठ मना रहा है ! 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक संस्कृति का भारत से अंत हुआ और हमें दो टुकड़ों में विभाजित, खंडित और रक्तरंजित भारतभूमि को स्वीकारना पड़ा !

हिंदुस्तान का अस्तित्व ब्रिटेन के गोरों और कुछ मजहबी पापियों ने तय किया ! चरखे से अंग्रेजों को भगा देने की गाथा हमनें खूब सुनी है लेकिन देश को बांट डालने की साजिश पर पर्दे क्यूं डाल दिया जाता है !

देश के विभाजन का त्रासद सच यह है कि हमनें अपने टुकड़े करके भी एक ऐसा पड़ोसी पैदा कर दिया, जो हज़ार साल युद्ध करने की मानसिकता पाले हर वक्त बैठा होता है !

जरा सी सुरक्षा चूक पर शहर के शहर उड़ा देने की नापाक साजिश रच दी जाती है !

भारत का रक्षा बजट 4.78 लाख करोड़ की है.. मतलब सैंकड़ों देशों की जीडीपी भी इतनी नहीं होगी ! सरकार राफेल, मिसाइल, अटैक हेलीकॉप्टर आदि खरीदती रहती है इसका पैसा हमारी जेब से लगता है ! 

सोचिए ये पैसे देश की अर्थव्यवस्था में अगर खर्च होते तो हम कहाँ पहुंच गए होते ! अमेरिका सहित सभी पश्चिम देश ललचाये गिद्ध की भांति हथियार बेचने भारत की तरफ ही क्यों देखते हैं !

ये बेतहाशा खर्च सिर्फ इसलिए है कि हमारी अपनी भूभाग को धर्म के नाम पर काट देने के बाद भी उनका रक्त पिपासा कम नहीं हुआ.. हर दिन भारत को बर्बाद करने की कसमें निकाली जाती है ! भारत का अधिकांश रक्षा बजट उस नापाक देश के लिए खर्च हो रहा है जिसे बांट देने के बाद शांति के सपने हमारे अल्पबुद्धि नेताओं ने देखा था !

ये चीजें अब उन्हें सुननी होगी.. आजादी दिलाने का तगमा जिस भी नेता को मिलेगा उसे विभाजन की विभीषिका का जिम्मेदार अनिवार्य तौर पर माना ही जायेगा ! 

गरीबी, भुखमरी, कुव्यवस्था से लैस भारत को अंग्रेजों ने छोड़ा था.. हमनें दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी आबादी वाले देश होने के बावजूद भी इन 75 वर्षों में अकल्पनीय विकास किया है ! 

आजादी का अमृत महोत्सव इस भारतवर्ष के गौरव गान है..

इतने त्रासद इतिहास के बावजूद भी हम उठ खड़े हुए हैं और अपनी 130 करोड़ आबादी को साथ लेकर महाशक्ति बनने की ओर भी लगातार अग्रसित भी हैं ! 

#जय_हिंद 🇮🇳




14 August 2021

● तालिबान 2.0 ●

अफगानिस्तान के अंदर ही क्या पूरी दुनिया में तालिबान का नंगा नाच देखने को तैयार रहें ! धर्म के नाम पर दुनिया में खास झंडा बुलन्द करने को कैसे कत्लेआम किया जाएगा ये भी देखने को तैयार बैठे रहें !

ये सोचना भूल है कि तालिबान की उपस्थिति सिर्फ अफगानिस्तान में है और उससे दुनिया के किसी और देश का क्या ? तो आप समझ लीजिए कि आपको धर्म, राजनीति और कूटनीति में चाय के दुकान पर मिलने वाले ज्ञान के अतिरिक्त कुछ भी नहीं है और अभी से भी सारी मूल चीजें सीखना शुरू कर दें... 

क्रुसेड (धर्मयुद्ध) का इतिहास नहीं पता है तो पहली बात ये समझ लें कि NCERT/ स्कूली किताबों के अतिरिक्त भी बहुत कुछ इस दुनिया में घटित हुई है और आपको निश्चित रूप से सीख लेनी चाहिए ! 

इस दुनिया का स्याह सच कैसा है या धर्म के लिए दुनिया में कितने खून बहे हैं ये भी मालूम हो जानी चाहिए ! ये वही लाल खून है जिसे अक्सर तुम्हें समझा दिया जाता है कि धर्म वर्म क्या है सबका खून एक ही जैसा है..

खून लाल ही होता मगर उसमें मस्तिष्क कितना जहरीला हार्मोन निकाल कर मिलाता है उसी सारा खेल निर्भर है.. खून में क्रूरता रहनी है या मानवता ये आपका दिमाग तय करता है.. और दिमाग वही तय करता है जो आपका धर्म उसे निर्देशित करता है !


तालिबान को अफगानिस्तान में पैदा करने वाला अमेरिका, उसे पनपाने वाला अमेरिका और फिर उस पर कब्जा करके सहानुभूति बटोरने वाला भी अमेरिका ! इसकी दुनिया के ऊपर दादागिरी ऐसे नहीं चलती.. इसकी युद्ध अर्थव्यवस्था ऐसे थोड़ी सफल है.. इसका डॉलर दुनिया की सारी अर्थव्यवस्था को यूँ नही नाच नचा रहा ! 

अब अमेरिका ने अफगानिस्तान की सरजमीं से बहुत गहरी साजिश रचा है.. तालिबान को दूसरी बार फिर से इसी अमेरिका ने पैदा कर दिया है ! तालिबान का दूसरा वर्जन कितना खतरनाक होगा और मध्य पूर्व एशिया में इसका क्रुसेड कितना भयावह होगा ये जल्द ही देखने को मिलेगा !

भारत में हम बैठकर ये न सोंचे की अफगानिस्तान का ये आंतरिक मामला है हमें क्या ? ये वैसा ही है कि पड़ोस में आग लगी है और तुम लपटों का आनंद ले सको.. अगर ऐसा है तो जलने और बर्बाद होने को तैयार रहो !


ये धर्मयुद्ध हर जगह होगा.. भारत वैसे भी बारूद के ढ़ेर पर ही बैठा है, एक चिंगारी मात्र की देर है बस !

फिर देखना कैसे भारत को मिटाने की कसमें गूंजेगी.. 

शायद इंतजाम चल भी रहा होगा.. तैयारियां अगले हज़ार साल की पहले से ही चल रही है.. 

सरकार राष्ट्रवादी है इसलिए पड़ोस की आग को तुरंत बुझा देने को कूदने पर मजबूर करो.. सरकार को नैतिक समर्थन दो ! अन्यथा नौबत कहीं इजराइल / यहूदी बन जाने की न आ जाये जिसके देश / धर्म को मिटा देने का नारा इन्हीं लोगों ने बुलंद किया था... 

#जय_हिन्द 🇮🇳