बीजेपी सत्ता के हनक में मदहोश हो चुकी है! उसे कुछ नही दिख रहा! दिख सब रहा
मगर अँधा होने की नौटंकी कर रही!
जनता को कितना दिन ठगोगे! अच्छे दिन के मुगालते में जनता से दिल्ली की ओर
टकटकी और कितना दिन लगवाओगे!
एयरकंडीशन कमरे में बैठ कर पब्लिक को अच्छे दिन दिखाने में तो चार साल खूब मज़ा
आया होगा!
राम मंदिर को कोर्ट पर छोड़ दिया!
युवाओं को बेरोजगार बनाकर सड़क पर खड़ा कर दिया!
बेचारे वेकेंसी के लिए नंगे
होकर प्रदर्शन कर रहे!
उसपर पुलिस लाठियां बरसा रही!
आप उन्हें पकोड़े बेचने की सलाह दे रहे हो! शर्म कहाँ रह गयी, कोई ढूंडो बे!
कश्मीर में आपसे अलगाववादी नहीं सम्भल रहे!
उन्हें उल्टा सुरक्षा का जिम्मा
उठा रखा है!
दिल्ली में रहकर भी आपसे दिल्ली वाली आजादी गैंग सम्भल नही रही!
नाक के नीचे वामपंथी भारत माँ को गरिया दे रहे और आप लोकतंत्र का ठेका लिए
बैठे हो!
व्हिस्की में विष्णु और रम में श्री राम को बसाने वाले नरेश अग्रवाल को सर पर
बिठा लिये हो!
तुम नेताओं का न कॉमन साइंस लाजबाब है!
ठरकी ठरकी नेताओं को सर पर लादकर चुनाव में लैंड करा रहे हो और
जो बेचारा 30
सालों से बीजेपी का पताका लिए गाँव गाँव घूम रहा उसे घंटा थमा रहे, बजाते रहो!!
फूलपुर और गोरखपुर इसी का परिणाम है!
जनता कुछ पूछती है, जानना चाहती है लेकिन सब गूंगे बने बैठे हो!
लच्छेदार भाषणों से जनता को ठगे जाने की बू आती है अब!
ऐसे ऐसे नेताओं को टिकट मिल रहा की लगता है बीजेपी पार्टी कम और शेयर मार्किट
ज्यादा है! बेच डालो पैसे के लिए पार्टी और देश को!
जनता उबती है तो सिंहासन तक उखाड़ देती! रूस का जार, फ़्रांस की क्रांति और
मिस्र का काहिरा चौक दुहरा देती!
जनता का गुस्सा कांग्रेस ने झेला है! बदलाव के लिए सत्ता में परिवर्तन किया
है!
उसे जागीर समझने की भूल भारी पड़ेगी!
युवाओं से बेमतलब पंगा ले रहे हो!
उसकी सटकी तो राहुल गाँधी को भी लाने से नही चुकेगा!
खुद का वेतन जनता का जेब काटकर बढ़ा डाला मगर रोजगार देने के लिए पैसे नहीं
हैं!
नौकरी से बोझ बढ़ेगा देश पर! लेकिन तुम नेताओं का बोझ जनता उठा रही उसका क्या!
योजनाओं के सहारे जनता को ठगना बंद करो...
लालफीताशाही पर लगाम लगाओ!
चप्पल खाने वाला काम मत करो!
युवाओं की सुनो... देश का भविष्य वही है!
न सुनोगे या ढीठ बनोगे तो कल होकर यही युवा कान पकड़ के भगा देगा...
कुछ नही उखाड़ पाओगे...
#सावधान_रहो_सतर्क_रहो