आज
का दिन महिलाओं के स्वाभिमान का पताका फहराने का है! घोर नारीवादी बनने का है!
नारी
सम्मान के ठेकेदारों को नमन है की उनकी वजह से ही हमलोग महिलाओं का सम्मान करते
हैं नहीं तो गरियाते मिलते!
नारी
मसले पर ऐसे ऐसे नमूने और नमूनियों का प्रवचन सुनने को मिलेगा की लगेगा झाड़ू उठाये
और झाड़ूआ दें! घर में बेटी-बहु पर सीरिया से भी खतरनाक इमोशनल अत्याचार करेंगे
लेकिन बाहर में दलाई लामा बनने चलेंगे! हद है आखिर!
नारी
शक्ति की ठेकेदारनियों की तो पूछो ही मत!
स्टेज पर बैठ के ही एक दुसरे की बुराई कर डालती है! कुछ भी हो लेकिन भाषण लाजवाब देती है... बिना लिपस्टिक खराब किये...
स्टेज पर बैठ के ही एक दुसरे की बुराई कर डालती है! कुछ भी हो लेकिन भाषण लाजवाब देती है... बिना लिपस्टिक खराब किये...
नारी
मर्यादा और स्वाभिमान की बात आती है तो सदियों से चली आ रही भारतीय नारी की त्याग
और समर्पण दुनिया के लिए पथप्रदर्शक है!
नारी है तो संस्कृति है, नारी है तो स्वाभिमान है और नारी है तो ये संसार है!
नारी है तो संस्कृति है, नारी है तो स्वाभिमान है और नारी है तो ये संसार है!
आज
के युग मे अगर कोई घोर नारीवादी बनने का ढोंग रचता है और अशिक्षा के अभाव में उसे
महिलाओं का समर्थन मिलता है तभी आसाराम और रामरहीम जैसे लोग उभरते हैं तथा अपनी
विकृत मानसिकता का गुलाम बना डालते हैं!
बेटियों
को स्वच्छंद आकाश में उड़ने दो! समाज बगुले की तरह ताकता रहेगा, उसकी उंगली घुसेड़ने वाली आदत आसानी से न जाएगी!
बेटियों को सहनशील की जगह सख्त बनाओ! कोई कमेंट करे तो सालों के सिर फोड़ना सिखाओ! बस या मेट्रो में लौंडा न उठे तो कॉलर पकड़ कर उठाओ!
भींगी बिल्ली बनाकर मत रखो! क्योंकि ये भारत की सम्मान है!
बेटियों को सहनशील की जगह सख्त बनाओ! कोई कमेंट करे तो सालों के सिर फोड़ना सिखाओ! बस या मेट्रो में लौंडा न उठे तो कॉलर पकड़ कर उठाओ!
भींगी बिल्ली बनाकर मत रखो! क्योंकि ये भारत की सम्मान है!
दुनिया भर में भारतीय नारियों का अपना जलवा है!
पश्चिम में जहाँ महिला सशक्तिकरण के नाम पर जो नग्नता फैली हुई है उसमें भारत अपवाद ही है!
यहां लक्ष्मीबाई, सरोजनी नायडू, फातिमा बीबी, प्रतिभा पाटिल से लेकर मीरा कुमार और किरण बेदी ने भारतीय वेशभूषा में ही सफलता के दूरी को पार किया!
इसलिए पहनावे के पचड़े में न पड़ो तो बेहतर है!
पश्चिम में जहाँ महिला सशक्तिकरण के नाम पर जो नग्नता फैली हुई है उसमें भारत अपवाद ही है!
यहां लक्ष्मीबाई, सरोजनी नायडू, फातिमा बीबी, प्रतिभा पाटिल से लेकर मीरा कुमार और किरण बेदी ने भारतीय वेशभूषा में ही सफलता के दूरी को पार किया!
इसलिए पहनावे के पचड़े में न पड़ो तो बेहतर है!
बात
अधिकार की है तो पुरुष से बराबरी का लक्ष्य बनाना गलत है!
आगे निकलने की सोचो! मर्दानी विचारधारा का दमन अपने शौर्य से करो!
लक्ष्मीबाई और पदमावती जैसी वीरांगनाओं को इतिहास में समेटे ये गौरवशाली देश है मेरा भारत!
आगे निकलने की सोचो! मर्दानी विचारधारा का दमन अपने शौर्य से करो!
लक्ष्मीबाई और पदमावती जैसी वीरांगनाओं को इतिहास में समेटे ये गौरवशाली देश है मेरा भारत!
नारी
खुद को कम न आंके! इनकी हकीकत मर्दों से कई गुना बेहतर और प्रभावी है!
कोई रोके-टोके सरेआम पिटो! स्टेज पर कूलर लगा के मेकअप बचाने वाली नारीवादियों से सतर्क रहा करो!
ये राजनीतिक रोटी सेकती है बस! महिला आयोग ये सब नाम का है, राजनीतिक पार्टियों की चमचागिरी से फुर्सत नही है!
कोई रोके-टोके सरेआम पिटो! स्टेज पर कूलर लगा के मेकअप बचाने वाली नारीवादियों से सतर्क रहा करो!
ये राजनीतिक रोटी सेकती है बस! महिला आयोग ये सब नाम का है, राजनीतिक पार्टियों की चमचागिरी से फुर्सत नही है!
बस
अश्लीलता न फैलाओ, भारतीय संस्कृति के साथ
चलना सीखो!
पश्चिम का अंधानुकरण मत करो! वो सब साले हमसे संस्कृति सिख रहे तो तुमलोग नकल क्यों करेगी!
पश्चिम का अंधानुकरण मत करो! वो सब साले हमसे संस्कृति सिख रहे तो तुमलोग नकल क्यों करेगी!
खुद
पर निर्भर बनो! समाज से अकेले लड़ना संभव नही, मगर निडरता से खड़े रह गयी
तो सब भागते मिलेंगे.....
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