27 November 2018

#अयोध्या_स्पेशल


भारतवर्ष की पावन भूमि पर विराजमान अयोध्याजी को दंडवत प्रणाम! दशरथनंदन भगवान श्रीराम जी की नगरी में बहती सरयू की कलकल धारा सूर्य की लालिमा में चमक उठी है! श्रीराम के आदर्शों का चिंतन मनन में साधुओं की टोली चहक रही है! राम नाम की धुन से ये अयोध्या भक्ति से सराबोर है! संत इस भक्ति में रमे हैं... की राम नाम का रसपान कर इस भवसागर को बस पार कर जाने की इच्छा है!
हारमोनियम की बोल पर तबले की थाप त्रेतायुग को इस कलयुग में चरितार्थ करने की कोशिश में लगी है! भक्त झूमे जा रहे हैं... रामायण की वास्तविकता को प्रत्यक्ष करने की हरसंभव कोशिश की जा रही है...
भारत की राजनीति के केंद्र में 90 के दशक के बाद प्रभु श्रीराम की छत्रछाया रही है! अयोध्याजी का प्रभाव न केवल समूचे देश पर पड़ा बल्कि देश की राजनीति की बागडोर इसी जगह से संचालित हुई! कई भक्त राम नाम की बैतरणी पार कर राजनीतिक रूप से अमर हो गए तो कई शहीद भी हुए! राजनीतिक नाटक नौटंकी को रामलीला की तरह पेश करके भावनाओं को हड़पा गया!
कारसेवा हुई मगर राजनीति का शिकार हुए रामभक्त! बेवजह मारे गए, उनकी आस्था की नीवें हिला दी गयी! काले अंग्रेजों की लड़ाई में हमारी सनातन परम्परा कमजोर हुई!
इस रघुवंश की नगरी में जहाँ मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम के चरण पड़े, कौशल्या जैसी प्रभु को जन्म देने वाली अलौकिक माता का ये अयोध्या, जहाँ भरत जैसा भाई हुआ, लक्ष्मण जैसा त्यागी हुआ और जहाँ स्वयं जनकनंदिनी माता सीता का ससुराल हो वहां आज हम इस कलयुग में रामलला के छत से तिरपाल हटाने के लिए लड़ रहे हैं!
हिंदू हैं, गर्व है इसका! रामलला रहेंगे जरूर रहेंगे... मंदिर बने न बने मगर नेताओं के आलीशान बंगले बनते रहेंगे! उसे न कोई हिन्दू रोकेगा न मुसलमान!
कायरता जब किसी कौम में पनप जाती है तो यूँ ही वो 100 करोड़ होते हुए भी अयोध्या में लाउडस्पीकर लेकर हल्ला करते मिल जाएंगे! सबकुछ है अपने पास! मगर ये जो गुलामी की मानसिकता है न हमारे अंदर यही कुछ करने नही देगी!
ऐसे ही बाबर की खानदाने हज़ार साल हम पर राज करके नही गए! मंदिरों को लूटा, हमारी सनातन संस्कृति को नष्ट किया, धर्मांतरण कराया! आसान नही होता जब तक हमारी नीवें खोखली न होती!
Image may contain: flower and natureराम मंदिर बनेगा... रामलला विराजमान होंगे... धर्म का चक्र फिर से चलेगा...
दुनिया हिंदुत्व का परचम देखने को तैयार हो जाये...
हिन्दू बहुत बदला है! सनक बढ़ी है आस्थावान बनने की! जोश की तीव्रता चुनौती है गुलाम इतिहास की!
बदलेगा... बदलाव होगा... श्रीराम का अयोध्या फिर से अयोध्याजी बनेगा...
बस राज्याभिषेक का इंतजार रहेगा...
अश्वनी

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