देश के अंदर डर के माहौल में कांपने वाले आमिर और किरण राव आखिरकार अलग हो गए !
ये वही आमिर है न जो कभी सत्यमेव जयते कार्यक्रम लाया करता था ! समाज सुधार की बात करने वाले इस व्यक्ति ने दूसरी बार तलाक देकर समाज के सामने ये कैसा उदाहरण स्थापित है ?
चलो तुम तो अमीर हो, करोड़ों रुपये देकर आराम से तलाक कर ले रहे हो लेकिन कभी सोचा है कि तेरे इस कृत्य से कितने गरीब परिवार बिखर जाने को प्रेरित हो रहे होंगे !
पर्सनल लॉ के हिसाब से तुम आराम से चार शादियां कर सकते, अदालत से तलाक की डिक्री लेने का भी कोई झंझट नहीं ! काजी के पास आम सहमति से मेहर की राशि देकर निकल लोगे तीसरी छोरी के साथ...
आखिर समाज में किस तरह की adultry फैला रखी है ! औरतों का भी कोई मानवीय जीवन है या नहीं ! किसी गरीब या साधारण परिवार की महिला पूरी जिंदगी इसी डर में जीती है कि कब पति का सर घूमेगा और उठा लाएगा किसी को !
तुम तो आमिर पढ़े लिखे थे न ! समाज तुम्हे सेलेब्रिटी बनाकर सर आंखों पर रखा ताकि तुम उसके मोटिवेशन बन सको..
मगर तुमने देश में डर का माहौल दिखाकर सच में डर पैदा कर दिया उन लाखों महिलाओं के दिल में...
तुम्हे तो अपने लोगों को समझाना था.. औरतें उपभोग की वस्तु नहीं है.. वो देवी की तरह पूजी जानी चाहिए ! उसकी मर्यादा को अपनी प्रतिष्ठा बनाना था तुम्हें...
तुम किस हक से इंसान कहे जाने लायक हो ? तुम्हे अब भी अगर 1500 साल पुराने सिस्टम में जीना है तो ये देश सच में तेरे लायक नहीं था...
#जय_हिन्द #UniformCivilCode 🇮🇳
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