02 September 2017

लालू रैली स्पेशल

सदी की सबसे भयंकर रैली लगाने वाले लालू परिवार को शंख बजाकर लाठी से शुक्रिया!
मंच पर बैठे सभी फ्यूज बल्ब के झालड़ों जैसे नेताओं को बाटा चप्पलों का लाल सलाम!
बिहार के कोने-कोने से आने वाले भाइयों का अभिनंदन जिन्होंने चारा पचाने में लालू की मदद की!

अब आते हैं मुद्दे पर...

रैली खूब जमी! आरा से लेकर पटना तक के गानों पर देहाती सनी लियोन का कमरिया झूमा रैली से पहले तक!
सारे चोर इकट्ठा हुए ममता से लेकर अखिलेश सबने भाषण झार झार के गांधी मैदान का गॉडसे कर दिया!
इस रैली ने देश को राहुल गांधी को टक्कर देने वाला नेता दिया!
तेजस्वी का तेजस कोई नौवीं की लड़की जैसे चुरा के भाग गयी होगी!
साला जिसका बाप रेलमंत्री, माँ मुख्यमंत्री वो जब न पढ़े तो राहुल गांधी याद आता है!
उसने पढ़ के कौन सा झाड़ उखाड़ दिया? उदाहरण सॉलिड है भाई! इंस्पिरेशन है युवा शक्ति के लिए!

उठाओ किसी पार्टी का झंडा और कूद जाओ नेता के तलवे चाटने वाली भीड़ में!
और नेता लालू जैसा हो तो डर किसका! उठाओ लाठी, भगाओ भैंस!
अक्ल से बड़ी भैंस और भैंस से बड़ा तेजप्रताप!
बंदा एकदम मस्त है!
जब जो मन करे कर डालता है!
नेता हो तो ऐसा! बाप का 100% लक्षण है! बोलता सच है बस कोई बोलने नही देता!
चारा वाला कुछ पैसा रैली में बांट दिया! वैसे भी पकड़ाना ही है तो जनसमर्थन जरूरी है! जैसा बाबा राम रहीम उभरे!

लेकिन जितने बेवकूफ लोग हमें लालू की रैली में दिखे, असल मे वो होते नहीं हैं!
ऐसे कोई साउथ बिहार जाओ और यादवों की बस्ती में लालू का हरा-पीला सुनाओ! न सिर फोड़ दिया तब कहना!
लेकिन वोटिंग के एक दिन पहले जाओ, गांधी जी के दर्शन कराओ. देखो अगले वोटिंग के दिन जाति और यादवगिरी घर के ताके पर रखे मिलेंगे!
मतलब ये है कि हमलोग यहां फेसबुक पर बैठे बैठे रैली में आनेवाले लोगों को मूर्ख, गंवार कह रहे थे मगर तुम जितने सयाने हो न अब उतने ये पैदा कर चुके हैं!
अगर ऐसा नहीं होता तो आज भी लालूराज को बिहार से उखाड़ने वाला कोई नीतीश नहीं उभरता!
मानो या ना मानो लेकिन हकीकत बदली है!

नेताओं को ठगने में बिहारी सबसे आगे होते हैं! चुनाव के वक्त किसी भी गांव में कोई नेता अगर आ जाये तो दो-तीन ट्रांसफार्मर से लेकर चापाकल तक कि लिस्ट सामने रख देंगे!
आश्वासन वाला जमाना गया!
फौरन अमल करोगे तभी संभावना है वरना सौ नेता लाइन में लगे होते हैं!
सब से ले लेंगे मगर गारंटी कोई न लेगा वोटिंग की!

रैली में ममता दीदी को देखकर मिजाज खुश हो गया! करबो-लड़बो-जितबो वाला बंगाल न ई बिहार है दीदी!
यहां के लौंडे वैसे भी हमेशा कलकत्ता जाने की चाहत में रहता है!
जिस दिन पहुंच के रहने लगे गया न तब मुम्बई दिल्ली वालों जैसे नानी याद दिला देगा!
खायेगा वही का मगर हक से गरिआयेगा भी!
सारी राजनीति बंगालियों को सीख देगा कि नेताओं को जमकर मारना किसे कहते हैं!

बहुत बढ़िया प्रयास है लालू जी का! बिहार से बीजेपी और नीतीश को भगाओ, सत्ता पर कब्जा करो! लालटेन में तेल भराओ और घर घर के आंगन में टंगवा दो!
बेटों को बिहार के सर पर लाद दो!
चारा वाले पैसे से भैंसिया खरीदो और जात में बंटवा दो! रोजगार भी रहेगा और तंदरुस्ती भी!
 अश्वनी ©


No comments:

Post a Comment