06 February 2020

आंदोलन का स्वार्थ


देश के भीतर चल रहे छद्म आंदोलनों की आड़ में धार्मिक स्वार्थ साधने की मनमानी लोकतंत्र को खोखला कर रहा है ! CAA कानून को हथियार बनाकर डफली और आजादी गैंग ने देश के माहौल को जिस तरह से खराब करने की साजिश रची है वो हमारी पीढ़ियों के लिए एक खतरनाक संकेत है !


अपनी मिट्टी अपनी मातृभूमि को गरियाने की विचारधारा राष्ट्रवादी सरकार के रहते कैसे पनप रही है ? यह मसला न केवल संवेदनशील है बल्कि देश के हर उस आम और खास से जुड़ी है जिनकी सुरक्षा की जिम्मेदारी उसी सरकार के पास है जिसके नाक के नीचे हमारी भारत माता को गालियां दी जा रही है !क्या अब यह देश JNU, जामिया और AMU के उन कट्टरपंथी बुड्ढे वामपंथियों और देशद्रोहियों के इशारों पर चलेगा जो पाकिस्तान के नक्शेकदम पर चलने की चाहत रखते हैं !


हमारी व्यवस्थाएं इतनी पंगु हो चुकी है कि सिर्फ 3 यूनिवर्सिटीज के छात्रों की मनमानी के आगे राष्ट्रवादी सरकारी मौन हो जा रही है ! वो भला है कि गृह मंत्रालय शाह के पास है नही तो ये सभी तांडव मचाने से बाज नही आते !


मोदी सरकार जिस राह पर चल रही है वो कभी सपना था हम भारतवासियों का !एक के बाद एक जटिल समस्याओं के जड़ में मट्ठा डाला जा रहा है ! बिल्कुल चाणक्य नीति का अनुसरण करते हुए हमारी मतों का इतना सम्मान !ओह... वाकई लोकतंत्र में एक सही नेता का चयन पीढ़ियों तक को समस्या से निदान दिला सकती है ... 

यकीनन इस भूमि की मिट्टी को माथे पर लिपकर फक्र करने का मन करता है की सचमुच यह वही भारतवर्ष है जहाँ महाराणा प्रताप, वीर शिवाजी और सावरकर जैसे वीरों से सिंचित भारत माँ का आँचल है !


चरमपंथी संगठनों से निपटने की प्रक्रिया बस कश्मीर स्टाइल में होनी चाहिए ! पुलिस को बेखौफ छूट दो देश के अंदर जैसे योगी महाराज ने दे रखी है ! उपद्रवियों से निपटने में पुलिस को ट्रेनिंग की जरूरत महसूस होती है ! National security act का सही से क्रियान्वयन होना चाहिए !


देश के अंदर ये शाहीनबाग कैसे पैदा हो जा रहे हैं ? कौन शह दे रहा है इन्हें ! सरकार का विरोध बेशक होना चाहिए परंतु राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़े मसले पर विरोध देशद्रोह के पैमाने में होना चाहिए ! सरकार मूकदर्शक क्यों बनी है...वोट जिसने दिया वो हमेशा साथ खड़ा रहेगा, वादे निभाने वाली सनातन परंपरा से हैं... निष्ठा पर कोई शक नही होनी चाहिए !


दनादन फैसले लीजिये ! हमने पहली बार सत्ता का सदुपयोग करने वाली सरकार को देखा है ! माना कि राजनीति गंदी है लेकिन राष्ट्र के लिए निर्णय लेने वाले ऐसी सरकार के ऊपर हमारा मत हमेशा न्यौछावर रहेगा !याद रखिये की कॉलेजियम प्रणाली,जनसंख्या नियंत्रण, एकसमान कानून की राह में हम पालक पाँवड़े बिछा देंगे साहेब !जय हिंद  


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