16 January 2021

विश्वगुरु की राह पर भारत 🇮🇳

भारत ने 21वीं सदी के मध्य तक महाशक्ति बनने का मार्ग आज प्रशस्त कर लिया ! सदी की सबसे बड़ी महामारी पर विजय हासिल कर हम अपने 130 करोड़ देशवासियों के साथ विश्वगुरु की राह पर चल चुके हैं !
हमने पहले ही संभावना जताई थी कि कोरोना काल भारत जैसे देश के लिए वरदान साबित न हो जाये ! जबकि यही पश्चिमी देश अपना हश्र देख हमारी बड़ी आबादी के लिए नकली चिंता करते दिख रहे थे !

आज से दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीनेशन प्रोग्राम भारत ने शुरू कर दिया ! 
दुनिया में सिर्फ 5 देशों ने कोरोना की वैक्सीन बनाई है ! सबसे सटीक और सस्ती वैक्सीन अपने राष्ट्र के नाम रहा !
ये ताकत वास्तव में हमारे वैज्ञानिकों को उन्हीं ताली, थाली, घण्टी और दीये से मिली जिसकी कभी मजाक उड़ाई गयी ! सनातन परंपरा का उपहास किया गया ! 

आज दुनिया के 100 से अधिक देश भारत से इन वैक्सीन की मांग कर रहे.. मगर सरकार ने शानदार कूटनीति का परिचय देते हुए पहले पड़ोसी देशों को प्राथमिकता में रखा है ! 
भारत की आगे की विदेश नीति पर निश्चित तौर पर इन वैक्सीन के दूरगामी परिणाम दिखेंगे ! श्रीलंका और नेपाल सरकार भारत का उपकार मानकर लहालोट हो रही !

चीन दुनिया मे मक्कार साबित हो चुका है ! चीन उससे भी ज्यादा इस सदमे में है कि उससे भारत के 130 करोड़ आबादी का बाजार हाथ से निकल गया.. जिसे वो अपनी नकली वैक्सीन बेचता ! यही हाल अमेरिका का भी है.. 

मतलब ये महाशक्तियां भारत की सफलता से बिल्कुल अचंभित है.. फाइजर कंपनी की तो पीजे दांत से सीरम और भारत बॉयोटेक ने शिकार छीन लिया है.. 
ये अभूतपूर्व सफलता हम हिंदुस्तानी को गर्वित कर रही है..
मात्र 6 साल की सरकार इतनी आत्मनिर्भर हो गयी है कि पाकिस्तान तक के न्यूज़ चैनलों में मोदी की प्रशंसा की जा रही है !

जैसी हमलोगों की आदत रही है लोग मानकर चल रहे थे कि बहुत बड़े बड़े पैरवी-पौवा वाले लोगों के बीच वैक्सीन के लिए मारामारी मचेगी.. फिर पार्टी के पद वाले, फिर चचा विधायक हैं वाले, फिर रोड पर गाड़ी पकड़ाते फोन घुमाने वाले नागरिकों के बाद ही आम आदमी का नंबर आएगा !

मगर यहां तो साला गेम ही उल्टा है ! कोई मारामारी नहीं, शांति से और सिस्टम से वैक्सीनेशन भी शुरू हो गया !
यकीन नहीं हो रहा कि यह वही इंडिया है जो पहले हुआ करता था..
मतलब जस्ट लाइक ऐज मिरेकल !!!

ये सारी सफलता की देन हम देशवासियों की है.. जिन्होंने मुश्किल समय में उन फ्रंट लाइन वर्कर्स के साथ खड़े रहे, उन्हें सम्मान दिया, उनकी हौंसलों को बढ़ाया...
फिर उस सरकार को साधुवाद जिसने देशवासियों के लिए अर्थव्यवस्था तक को दांव पर लगाने से नहीं घबराए.. चुपचाप इस समस्या पर विजय पाने के लिए वैज्ञानिकों का हर कदम पर साथ देते रहे और अंततः इस भारतभूमि के लालों नें देश का परचम लहरा ही दिया..

#जय_हिन्द 🇮🇳

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