09 January 2021

विदेशी एप्लीकेशन की मनमानी

हाल ही में व्हाट्सएप्प ने यूजर डेटा को अपने अन्य प्लेटफॉर्म पर साझा करने की जबरन अनुमति मांगनी शुरू कर दी है अन्यथा एकाउंट बंद करने की धमकी दे रहे ! 
130 करोड़ आबादी वाले देश में इन कंपनियों की दादागिरी आखिर किसकी शह पर चल रही है ? 

आंकड़ों के हिसाब से व्हाट्सअप के दुनिया भर में 20 करोड़ यूजर हैं, जबकि भारत में अकेले साल 2022 तक 82 करोड़ स्मार्टफोन यूजर हो जाएंगे !
फेसबुक, व्हाट्सएप्प चलाने वाले हर भारतीय का एक एक डेटा ये विदेशी कंपनियां न केवल चुरा रही बल्कि पश्चिमी देशों की पूंजीवादी विस्तार में परोक्ष मदद भी कर रही है !
हम क्या खा रहे, क्या पी रहे, क्या पहन रहे... हमें क्या पसन्द और क्या नापसन्द है ये सारी जानकारी बेच वे असीमित मुनाफा कमा रहे ! 

मतलब डेटा चोरी के लिए भारत जैसे विशाल आबादी वाला देश इन्हें बिना किसी अतिरिक्त शुल्क कैसे मिला हुआ है ये बहुत गंभीर प्रश्न है ? सरकार डेटा प्रोटेक्शन के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति करती दिख रही है ! अपने नागरिकों की निजता सुरक्षा हेतु बिना कोई कठोर नियम के इन कंपनियों को छूट दे रखी है.. 

उदाहरण के तौर पर आप फ्लिपकार्ट पर कुछ भी देखें, फिर थोड़ी देर बाद फेसबुक पर उसी समान को खरीदने का विज्ञापन अलग अलग कंपनियों की तरफ से आने शुरू हो जाएंगे !
आप जोमैटो से क्या आर्डर कर रहे, कहाँ किस किस रेस्त्रां में, पार्क में या शहर में जा रहे ये सारी जानकारी इन कंपनियों को पता है !
आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस का इस्तेमाल कर ये न केवल आपका ब्रेनवाश करने की कोशिश करते हैं बल्कि कई बार ऑफर देकर प्रोडक्ट खरीदने तक को मजबूर कर दे रहे..

किसी कूटनीतिक टकराव की स्थिति में ये सारी जानकारी के आधार पर शत्रु उन चीजों की सप्लाई लाइन आसानी से काट सकते जो भारतीय को ज्यादा पसंद हो या जरूरी हो !
या शत्रु देश को सारा डाटा पैसों के लिए बेच भी सकते ! 

सरकार डिजिटल इंडिया के माध्यम से कामकाज के तरीकों को तो सरल कर रही है परंतु इन विदेशी सोशल प्लेटफार्म का कोई विकल्प जनता को नही दे रही ! कौन सी कूटनीतिक लॉबी के आगे हमारी सरकार मजबूर है ये हमें अवश्य जानना चाहिए..
सरकार को डेटा प्रोटेक्शन एक्ट में व्यापक बदलाव करना होगा और इन मनमानी कर रही प्लेटफॉर्म्स को भारतीय कानून के हिसाब से चलने के लिए मजबूर करना होगा ! 

ऐसी राष्ट्रवादी सरकार इन झंडू कंपनियों को बस एक तिरछी नज़र से देख भी लेगी तो अमेरिका में हड़कंप मचना तय है ! 
सालों की ग्लोबल एजेंसी होने की सारी दादागिरी और तगमा धड़ाम हो जाएगा.. 
Pubg और tiktok का हश्र सबके सामने ही है !

भारत सरकार को इतने बड़े बाजार का अपने तरीके से इस्तेमाल करना होगा ! बाजार को ठेकेदारों के हाथों में देने से न सिर्फ व्यापारियों का शोषण होता है बल्कि जनता भी सरेआम व्यापारियों द्वारा ठगी जाती है...
कंपनी है उसे कंपनी की तरह रहने का निर्देश दें.. उगाही की धंधेबाजी में कहीं ये बाजार न खो दे !
अपने नियम कानून थोपने की कोशिश में कहीं मोदी की एक घोषणा मात्र रसातल में न पहुंचा दे...
हमारे लिए नियम कानून वहीं बनाएंगे जिसे हमने चुनकर भेजा है.. अनपढ़ है, गंवार है या मूर्ख है जो भी है वो अपना है, एक हिंदुस्तानी है... 
#जय_हिन्द 🇮🇳

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