29 January 2021

● गणतंत्र के गुंडे ●


आज दिल्ली की सड़कों पर जो गुंडों की गुंडई दिख रहा वह भारतीय संविधान के अति लचीला होने की वजह से है !
आज ही के दिन भारत के संविधान लागू होने के उपलक्ष्य में हम 72 वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं मगर दूसरी ओर किसानों के नाम पर दल्लों की नंगई से ये देश शर्मसार हो गया !

पंजाब से देश नहीं चलेगा भाईसाहब !
देश अपने संविधान, नियम कायदे से ही चलेगा !
हंगामे-उपद्रव करने से कानून भी वापस नहीं होता मगर पिछवाड़ा जरूर टूट जाता.. 
कहने को तो विधि का शासन हैं मगर हमारी सरकार ने बेहद लुंजपुंज तरीके से इस मामले को हैंडल किया है.. 
एक 2-4 हज़ार मंडी के दलालों ने दिल्ली बॉर्डर डेढ़ महीने से घेर रखा है और वार्ता पर वार्ता किये जा रहे ! मतलब संसद के बनाये कानून को न मानने के लिए इतना हौंसला कहाँ से आ रहा..

बेचारे किसान नित्य खेतों में काम करने वाले उन्हें क्या पता कि कानून नियम व्यवस्था आदि क्या होता ! साधारण बात है कि इस कानून से तकलीफ बिचौलियों को होने वाली है जो आम भाषा में दलाल कहे जाते हैं..
सरकार की मजबूरी है कि पंजाब के अनाजों को जनता में फोकट का न बांटे तो सड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं है !
कल को हर up बिहारी सड़कों पर बैठ जाये कि ये पंजाब वाले मोटे खद्दर अनाजों को हम कोटा(जनवितरण) में नहीं लेंगे तो क्या ! 
फैक्टरियां हमारे यहां लगाओ नहीं तो कहीं काम करने नहीं जाएंगे और दिल्ली घेर के बैठ जाएंगे.. तब क्या !

पंजाब के खेतों में काम करने, मेहनत मजदूरी करने वाले up बिहार के मजदूर ही तो असली किसान हैं, ये लोग जो सड़कों पर 4 फिट के तोंद वाले अंकल उपद्रव कर रहे ये तो सैंकड़ों एकड़ जमीन वाले व्यापारी हैं.. 
सम्भवतः मेरा अनुमान सही था कि सरकार ने ट्रैक्टर आंदोलन की अनुमति देकर बड़ा गेम खेला है.. उसे पता था कि उपद्रव निश्चित है, और इन लोगों के असली चेहरे को सामने लाने का मौका भी !

हमने दिल्ली के अंदर योगी बाबा जैसे कुशल प्रशासक की कमी महसूस की जो शायद गणतंत्र के दिन अपने गणों की रक्षा कड़ाई से कर पाता !
हमें इस गणतंत्र की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जाना चाहिए..
अन्यथा ऐसे आंदोलनों की आड़ में देश को बर्बाद करने की कोशिश की जाती रहेगी.....
#जयहिंद 🇮🇳

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