ऐलन मस्क ने ट्विटर को मज़ाक़ मज़ाक़ में ख़रीद लिया. ये व्यक्ति टेक्नोलॉजी और स्पेस की दुनिया का कीड़ा है, यह शार्प ब्रेन के साथ साथ दुनिया का सबसे अमीर व्यक्ति भी है इसलिए जब जो चाहे जिसे चाहे डील कर डालता है.
दो बेहतरीन संसाधनों की जुगलबंदी हमेशा बहुत ख़तरनाक
ही होती है. आप लड़की हैं/ महिला हैं, ब्यूटी विथ ब्रेन यानी
दोनों पास है मतलब लिख कर रख लीजिए की सारा समाज और सिस्टम में बैठा पुरुष तंत्र
आपका ग़ुलाम हो जाएगा. जहां जाएँगे चुटकियों में काम होगा, आपकी
टट्टी सी बात पर भी लोग आह वाह करके लोट पोट हो उठेंगे. उसके लिए भागे भागे
फिरेंगे. यही प्रकृति का संतुलन है.
उसी तरह जिस लड़के/मर्द के पास अथाह पैसे के साथ
कुशाग्र बुद्धि हो, अच्छा विवेक हो वह जहां रहेगा सब पर राज करेगा ही करेगा.
उसे बुद्धि से रोकेंगे तो पैसे का इस्तेमाल करेगा और पैसे दिखाओगे तो बुद्धि से
निपटा लेगा. एलेन मस्क के साथ यही है.
उसकी टेस्ला की इलेक्ट्रिक कार ने दुनिया में उस वक्त
धूम मचा दी जब हम भारतीयों ने ढंग से पेट्रोल कार की सवारी भी न की थी. स्पेस एक्स
प्रोग्राम लॉंच किया, स्टारलिंक टेक्नोलॉजी लाकर बिना ऑप्टिकल फ़ाइबर के
सैटेलाइट से इंटरनेट कनेक्शन जोड़ दिया. अपने इस टेक्नोलॉजी से कई देशों की
मुसीबतें बढ़ा दी. कई अमीरों की गर्लफ्रेंड पटा डाली, मतलब
इसके दिमाग़ और पैसे का इतना ख़तरनाक कॉम्बिनेशन है की जब जो चाहा हासिल कर लिया.
अब उसने ट्विटर को ट्विटर पर बोली लगाकर ख़रीद डाला.
मेटा यानी फ़ेसबुक सहित सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स ख़ौफ़ में आ गये हैं. इसने
ट्विटर की कमान सँभालते ही सीईओ को निकाल फेंका. एक नकारात्मकता से भरा हुआ भारतीय
सीईओ पराग अग्रवाल की ऐंठ निकाल दी.
एक के बाद एक लोगों की सफ़ाई अभियान में लगा है.
ट्विटर को ऑल इन वन बनाने के सपने उसने बुना है.
गंभीर और इंटेलेक्चुअल लोगों का अड्डा माने जाने वाला ट्विटर सबकी बैंड बजाएगा.
फ़ेसबुक की ऐंठन छूटेगी, इंस्टाग्राम वाली कमरिया वहाँ भी मटकेगी और बाबू सोना का
अड्डा भी बनाने पर एलेन मस्क ज़रूर काम करेगा.
इससे फ़ेसबुक यानी मेटा की नींद उड़ी हुई है.
इधर पब्लिक का क्या है जहां उसे बेहतर मनोरंजन मिलेगा, सम्मान
मिलेगा उधर निकल लेगा.
आज की दुनिया में टेक्नोलॉजी ने सबको तलवार की धार पर
ला खड़ा कर दिया है. डेटा और यूज़र्स का ऐसा बाज़ार स्थापित हो गया है की सब इसे
लूट लेना चाह रहा, और सबकी आँखें सिर्फ़ भारत की विशाल आबादी पर टिका है.
उनकी पॉलिसी में, ऐप्स डिज़ाइन में भारत की जनता के पसंद और
नापसंद बहुत मायने रखते हैं.
इसलिए जब ट्विटर को सुपर ऐप बनाने की घोषणा के साथ
एलेन मस्क आ ही गये हैं तो भारत सरकार को अपना स्क्रू टाइट कर देना चाहिए. इन
विदेशी कम्पनियों से टैक्स वसूलने के तरीक़ों पर काम आगे बढ़ाये, देश
में डेटा सेंटर बनाने की बाध्यता सहित नागरिकों की गोपनीयता और राजनीतिक हस्तक्षेप
से राष्ट्र को सुरक्षित रखने के तरीक़ों पर काम करना होगा..
5G का आना और एलेन मस्क का सोशल मीडिया की दुनिया में उतरना
फिर से एक ख़तरनाक कॉम्बिनेशन बन रहा है. शायद टेक्नोलॉजी और वर्चुअल रियलिटी के
बदौलत आने वाला दशक इतनी रफ़्तार से तरक़्क़ी करेगा की जिसकी कल्पना आगे के
शताब्दियों तक हमने न की होगी… मानवीय बुद्धि पर मशीनी समझ (AI) भारी पड़ सकती है…
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