05 June 2024

पटना मेट्रो 🚇

पटना शहर में मेट्रो परियोजना अब मूर्त रूप लेने लगी है. बोरिंग टनल मशीन विधिवत अपने काम में लग गया है, 2026 तक शहरवासी मेट्रो से सफ़र का मज़ा लेने लग जाएँगे.
बहुत अच्छी बात है की बिहार भी अब एक मेट्रो सिटी के दायरे में आ रहा है लेकिन आते आते बहुत देर कर दी.
देश की तीसरी सबसे बड़ी आबादी वाले राज्य की राजधानी में मेट्रो चलाने को अब क्यों सोचा गया ?
जबकि अभी देश के 16 शहरों में मेट्रो दनादन अपने ट्रैक पर दौड़ रही है.
दर्जनों अन्य शहरों में मेट्रो निर्माणाधीन है और अगले एक दो वर्षों में कई प्रोजेक्ट ऑपरेशनल हो जाएगा.
इतना विलंब से बिहार का जागना असफलता है और राजनीति से इसे ढँकने की कोशिश बेईमानी है.
बिहार के किसी अन्य शहर में मेट्रो चलाने की कोई बात भी नहीं कर रहा, सरकार पर न कोई प्रेशर न कोई डिमांड.
किसी शहर की राजधानी में ईज़ ऑफ़ लिविंग अच्छा न हो तो क्या विकास होगा शहर का. कौन कंपनी अपना हेडक्वार्टर खोलेगी और कौन हायर इनकम ग्रुप वाले लोग रहना चाहेंगे.
चूँकि ज़मीन पर नगर निगम पूरा का पूरा फेल्यर है.
जिसे जहां मन है वहाँ सड़क खोद ले या आराम से वाटर सप्लाई लाइन काट के जा सकता है.
सुविधा नहीं है तो लोग भी म्युनिसिपल टैक्स गिराए बैठे हैं और यक़ीन भी है की माफ़ी का स्कीम कोई न कोई चुनावों तक लेकर आएगा ही.
हमारी जगह एयर क्वालिटी इंडेक्स में टॉप 3 में फिक्स्ड है. उधर को ही ऊपर नीचे होते रहते है.
शहर में पुलों का जाल बिछा दिया गया और अब देखिये पुल भी जाम और पुल के नीचे भी जाकर रेंगते रहिए, गाड़ियों का धुआँ सूंघते रहिए.
पब्लिक ट्रांसपोर्ट की हालत अब सुधारने की कोशिश हो रही है, जबकि ऑटो किराया में दिल्ली से मुक़ाबला कर सकते है.
शहर में कार लेकर निकलेंगे तो कम से कम एकाध बार स्क्रैच लगनी ही है, जितना तेल जलेगा उतना खून भी जलेगा.
पटना में ज़मीन की क़ीमत आसमान छू रही है और मेट्रो बनने के बाद तो जैसे लगता है मुंबई को यही शहर पीछे छोड़ेगा.
देर से ही सही मेट्रो चलेगी तो.. अंधेरे में कुछ उम्मीद की किरण ही सही.. मेट्रो से जंक्शन और एयरपोर्ट जाना आसान होगा क्योंकि पलायन बिहार का दुर्भाग्य था, है और आगे भी बहुत संभावना है की रहेगा.. और हाँ जाति का कोड याद रखियेगा बहुत इम्पोर्टेंट चीज है…

~ 08.03.2023




 

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