02 May 2021

● बंगाल चुनाव ●

बीजेपी का बंगाल विजय का सपना भले अधूरा रह गया लेकिन उनके कार्यकर्ता बेहद निडरता लड़ें हैं और उन्होंने नैतिक जीत भी हासिल की है !

अगर आप जमीनी समझ रखते हैं तो आपको यह पता होना चाहिए क्षेत्रीय चुनावों के समय लोकल गुंडों से लड़ना आसान बात नहीं होती ! मगर फिर भी बीजेपी के कार्यकर्ताओं ने उन्हें चुनौती दी और टीएमसी ममता बनर्जी को झुकाया, उन्हें खूब सारी नौटंकी करने पर मजबूर किया !

किस हिसाब से देश का अयोग्य विपक्ष जश्न मना रहा ? कोई 3 सीट वाली पार्टी, सत्ताधारी सीएम समेत समूचे विपक्ष को नाक रगड़ने पर मजबूर कर दिया वहां कौन सा जीत मायने रखती है अब ? बंगाल में घुसपैठियों का ऐशगाह बनाने के लिए इतनी बेचैनी किस बात की ? विपक्ष कौन है आज देश में क्या किसी को पता भी है क्या? 

इतनी बड़ी महामारी और अव्यवस्था के बीच अगर विपक्ष में कोई नेता होता या अगर बीजेपी ही विपक्ष में रहती तो सरकार को घुटने पर ला देती ! मगर आज सारा विपक्ष जनता के बीच से गायब है..

इन्हें तो विपक्ष माना जाना भी सही नही हैं !!

बीजेपी हर चुनाव को अभियान की तरह ले रही ! हर एक राज्य में जहां उसका कभी नामोनिशान नहीं था वहां वो फतह कर रही..

लगभग सभी हिंदीभाषी राज्यों में इसकी सरकार चल रही..

लगातार दो लोकसभा चुनाव भारी बहुमत से फतेह किया तब भी विपक्ष को अकल नहीं आ रही.. विपक्ष के नाम पर ऐसा जनादेश पा रही कि कोरम तक पूरा न हो पाता, जबरदस्ती घसीट के विपक्ष का खिताब पाया है..

फिर भी उनके पॉलिटिक्स करने का तरीका वही है जो 2004 में था, जो 2009 में था और जो 2014 में था.. बिल्कुल एक ढर्रा !

बीजेपी के लिए बंगाल जैसा बंजर राज्य जहां बमुश्किल 2016 में 3 सीट मिली थी वहां इस बार उसका वोट परसेंटेज देखिए सीटों की संख्या देखिए ! किस रफ्तार से वो सत्ता की तरफ बढ़ रही.. हिंदी बेल्ट की पार्टी का ग़ैरहिन्दी क्षेत्र में इस तरह बढ़ना समूचे विपक्ष के लिए खतरा ही है !

असम में एनआरसी विरोध के बावजूद भी सत्ता बचाने में बीजेपी कामयाब रही है ! ये भी कोई मामूली बात नहीं मानी जानी चाहिए..

टीएमसी, आरजेडी, सपा या बसपा जैसी क्षेत्रीय पार्टियों की अगर राजनीति में स्वीकारता बढ़ती है तो इसे देश की राष्ट्रीय राजनीति के लिए सही नहीं माना जा सकता ! 

सरकार के सामने तगड़ा विपक्ष और हाजिर जवाब जुझारू नेता हो तभी लोकतंत्र से सशक्त होगा !

ऐसे लुंज पुंज विपक्ष और क्षेत्रीय पार्टियों के बदौलत बस चीख चिल्ला ही सकते और सड़कों पर बैठ प्रदर्शन करवा सकते !

बंगाल में बेशक हिंदू गोलबंद हुए हैं ! यह गोलबंदी विपक्ष के तुष्टीकरण के खिलाफ ही है ! उनके राजनीति करने के तरीके, बहुसंख्यकों का विरोध करने की लत और कम्युनल फेवरीजम के खिलाफ यह जनादेश माना जाएगा ! 

बीजेपी ने एक बंजर भूमि पर हरियाली लाई है !

ऐसा जनादेश उनके नेताओं को और मेहनत करने पर मजबूर करेगा उनके कार्यकर्ताओं का मनोबल निश्चित ही बढ़ाएगा..

BJP अहंकार से बचे, जनता का सम्मान करें और राजनीतिक मोहरा बने प्रदर्शनकारी लंठों को अच्छे से निपटाना सीखे तब ही जनता में विश्वास बना रहेगा..

कोरोना पर कुप्रबंधन से जनाधार घटा है, इससे उबरने के लिए बेहतरीन शासन प्रणाली दिखनी चाहिए ! सत्ता का ज्यादा नशा भी ठीक नहीं इसलिए होश ठिकाने रखना होगा... 

जनता की डिमांड पूरी करनी पर ध्यान दें, उनका इनाम EVM से निकलेगा... 

#जय_हिंद 🇮🇳



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