09 June 2022

ज्ञानवापी

समय का चक्र बराबर चलता है ! प्रकृति शक्तियों का संतुलन रखती है.. उसी बैलेन्स के क्रम में बर्बरतापूर्ण कुचले हुए इतिहास के पन्ने पलटने का चक्र आरम्भ हो चुका है.. 
आज ज्ञानवापी की पवित्र कोठरियाँ खंगाली जा रही है.. खबर देखकर हर सनातनी के चेहरे पर कुटिल मुस्कान बिखर जा रही है ! यह सब इतना आसान था क्या ? बेहद आश्चर्य का भाव है..
काशी विश्वनाथ कोरिडोर की भव्यता देख हम भी सकते में पड़ गए थे मगर नंदी की बाबा विश्वनाथ की तरफ़ प्रतीक्षारत प्रतिमा अंदर से झकझोड़ दी.. 
बात अगर सिर्फ़ आस्था की होती तो हम कहीं भी मिट्टी से मूर्ति बनाकर पूजने वाले लोग हैं,
लेकिन यह मुद्दा संस्कृतियों को मिटाने की है.. तलवार के बल पर दूसरे की स्वतंत्रता छिन कर उसे मिटाने की कोशिश करने की है !
धर्म की ऐसी पुनर्स्थापना साबित करती है की हम लम्बी रेस के खिलाड़ी हैं.. सैकड़ों सालों तक ढीठ की तरह सब कुछ सह सकते हैं.. अपनी संस्कृतियों के चिरहरण की कहानियाँ अपने दिलों में ज्वलंत रखते हैं !
छिने गए अधिकारों को वापस पाने के लिए हज़ार साल तक अपने वक्त का इंतज़ार कर सकते हैं ! 
परिस्थियों को अपने अनुकूल बन जाने तक इंतज़ार करने की आदत ही हमारी महानता है..

हज़ार बार विध्वंश करोगे हम हज़ार बार उसे फिर से पुनर्स्थापित कर देने का माद्दा रखते हैं ! सोमनाथ से ज़्यादा विध्वंस किसने देखा होगा ? आज तब भी शान से हमारे महादेव विराजमान हैं और उसी वैभवशाली गौरव के साथ धर्म ध्वजा 🚩 शिखर पर लहरा रही है.. 
अयोध्या प्रत्यक्ष प्रमाण है और हम सभी सब कुछ सामने से देखते बड़े हुए.. अयोध्या स्वाभिमान के साथ पुनर्स्थापित हो रही है !
काशी विश्वनाथ कोरिडोर की अलौकिकता देख गर्व से भर उठेंगे !!
कब हुआ ये ? कैसे हुआ ? एक दशक पहले तक इसकी शायद किसी ने कल्पना भी नहीं की होगी ! सबकुछ अचानक बदल रहा है.. ये बदलाव सत्ता के केंद्र में निहित शक्तियों से नहीं है बल्कि आपसे और हमसे है ! अपनी खंडित शक्तियों को हमने एक जगह एकत्रित करके प्रकाश पुंज बना दिया है.. चँहुओर रामराज्य की माँग सुनाई दे रही है ! एक सन्यासी से जनकल्याण और रामराज्य स्थापित करने का जनादेश का पालन ही तो हम करा रहे हैं.. दूसरे के अधिकारों पर अतिक्रमण को मुक्त करना न्याय देना ही तो है !

आज ज्ञानवापी के तहख़ाने खुले हैं.. आगे समय सब निर्धारित करेगा !
भगवान हर जगह हैं ! लेकिन ये जगह वही रहेगा.. स्वरूप वही रहेगा.. वही वैदिक मंत्र गूंजेगा.. उसी सनातनी की पीढ़ियाँ अपने महादेव का अभिषेक करेगी..
क्योंकि शक्ति के बल पर हमारे मूल्यों को नष्ट करने की उसकी चेष्टा सम्मिलित है… बस इसलिए…
#हर_हर_महादेव 🚩

No comments:

Post a Comment