15 September 2022

#आज़ादी_का_अमृतकाल @75th

देश की स्वतंत्रता के बाद इन 75 सालों का सफ़र अकल्पनीय रहा है. आज दुनिया में भारत की पहचान बदल रही है. सैन्य शक्ति, सामरिक सुरक्षा या कूटनीति में आज हम दुनिया के सबसे शक्तिशाली राष्ट्रों में खड़े हैं. ये हमारी सफलता है की अमेरिका और रुस दोनों को बैलेन्स कर राष्ट्रहित को सर्वोपरि रखने लायक़ बन पाए हैं. भारत एक राष्ट्र राज्य के तौर पर सबसे सफल लोकतंत्र का संचालन कर रहा है. हमारी सेनाएँ अनुशासित है, सत्ता हस्तांतरण में एक दिन की भी देरी नहीं होती. जबकि भारत के साथ आज़ाद होने वाले अन्य देशों का इतिहास उठाकर देखें, घृणित और रक्तरंजित अतीत है.

भारत अपनी विविध सभ्यताओं को लेकर दुनिया भर में प्रचलित है. तब भी हमारी पहचान एकल है और हम इकॉनमी की दृष्टि से दुनिया का सबसे बड़ा बाज़ार बन चुके हैं. हमारे त्योहार हमारी अर्थव्यवस्था की रीढ़ है, दुनिया को इसी के बदौलत घुटनों पर लाने की महत्वकांक्षा मूर्त रूप लेने लगी है. इन 75 वर्षों में हम आज उस स्थिति में हैं की दुनिया क्राइसिस में गेहूं खाधान्न के लिए भारत की तरफ़ देखती है. जिस राष्ट्र में अन्न की कमी से एक वक्त भूखे सोने का इतिहास रहा है वहाँ आज यह पल हमें गौरवान्वित करता है. 

अंतरिक्ष से लेकर भूगर्भ तक हम सक्षम है. एक परमाणु शक्ति के रूप में हमारी पहचान सबसे ज़िम्मेदार राष्ट्र के रूप में है. भारत दुनिया को लीड करने की दिशा में आगे चल पड़ा है. तिरंगे का सहारा लेकर आज हमारे नागरिक विदेशों से सुरक्षित बाहर निकाल लिए जाते हैं. युद्ध को होल्ड पर डाला जाता है ताकि भारत अपने नागरिकों को वापसी कर सके.. राष्ट्र को मोरल सपोर्ट देने वाले नौजवान बधाई के पात्र हैं. सोशल मीडिया में राष्ट्र भावना को कूट कूट कर भर देना इतना आसान नहीं था. राष्ट्र विरोधी तत्वों में भय का माहौल बना देना युवाओं की सफलता है, यह उनके अपने राष्ट्र गौरव के प्रति समर्पण को प्रतिबिम्बित करता है.. भविष्य को एक सही रास्ते को सींचकर हमें अपनी पीढ़ियों को देना है..

आज़ादी के अमृत काल को एक उत्सव की तरह सारा देश मना रहा है यह भी बड़ी सफलता है. आज भारत के कोने कोने में तिरंगे का गौरव स्वाभिमान से लहरा रहा है, मतलब हम तीन रंगों में अपनी समस्त संस्कृतियों को समेटने में सफल हुए हैं.. अब इन अगले 25 वर्षों यानी आज़ादी के 75 से 100 वर्षों के मध्य भारत की दिशा बड़ी प्रभावी होगी. दुनिया के सबसे सफलतम लोकतंत्र से लेकर इकॉनमिक महाशक्ति बनने तक की गाथा हम अपनी हाथों से लिखेंगें.. राष्ट्रवाद को गहरी धार देंगें.. हम 135 करोड़ नागरिक एक आवाज़ पर किसी भी शत्रु की आर्थिक बहिष्कार करने लायक़ क्षमता बनायेंगे..  भारत की इन 75 वर्षों में ख़ंजर की तरह मिली विभाजन और युद्ध की यादें टीस देती है मगर हम वापस लेंगें की अनुभूति के साथ आगे बढ़ते चलेंगें.. ये यादें, ये टीस हमें पीढ़ी दर पीढ़ी हस्तांतरित करती रहनी है.. ये घाव बना रहना चाहिए..

राष्ट्र सर्वप्रथम और सर्वोपरि प्राथमिक हित हो बस…

भारत की स्वतंत्रता के 75 वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में सभी मित्रों को हार्दिक बधाई… #जय_हिंद 

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