15 September 2022

आज़मगढ़ की जीत

भाजपा की आज़मगढ़ और रामपुर सीट पर जीत प्रचंड मानी जाएगी ! 2024 के लिए भाजपा ने अपने घोड़े खोल दिए.. राजनीति में विपक्ष जब लंगड़ा हो तब भी बराबर अटैक जारी रखना धर्म है ! भारत की वर्तमान परिदृश्य पर चीख रहे एजेंडेबाज बस पागल होने बाक़ी रह गए हैं ! फ़ेसबुक देखिए, ट्विटर देखिए हर जगह नैरेटीव चला रखा है लेकिन कुछ काम न आ रहा !

बेरोज़गारी और महंगाई ऐसी चीजें हैं जो सीधे सीधे जनता में एँटीइनकोमबेंसी पैदा कर चुनाव परिणाम आसानी से पलट डालने का माद्दा रखती है.. लेकिन अगर आलोचक बेवक़ूफ़ हो, प्रेज़ेंटेशन का तरीक़ा उसे मालूम न हो तो औंधे मुँह गिरेंगे ही ! योगी की शासन व्यवस्था पर जनता का मुहर है की उन्हें दोनों ऐसी सीटों पर जीत मिली जहां सपने में भी किसी इनके कार्यकर्ता ने जीत नहीं सोचा होगा ! 

महाराज जी अकेले समस्त माफ़ियाराज के ऊपर बुलडोज़र लेकर कूदे पड़े हैं.. उसी पुलिस प्रशासन से क़ानून व्यवस्था क़ायम करा रहे जिनकी गिनती देश के सबसे भ्रष्ट और निक्कमे तंत्र में थी ! समूचे गुंडों में भय का माहौल व्याप्त करके रख दिया.. सरकारी बाबूगिरी सिस्टम में डर दिखता है की कोई शिकायत महाराज जी के पास न जाने पाए ! किसी भी समाज के विकास के लिए सबसे बेसिक ज़रूरत है सुरक्षा.. क़ानून का राज होगा तभी भयमुक्त समाज में नौकरी व्यापार कर सकेंगे और आर्थिक सम्पन्नता आ पाएगी !

इसी का आशीर्वाद जनता ने योगी को दिया है ! 2024 के लिए महफ़िल सेट करने तुरंत भाजपा उतर जाएगी.. कई सारी स्कीम अभी केंद्र की पाइपलाइन में है जो रिमझिम फुहारों की तरह अगले आम चुनाव तक जनता के बीच आती रहेगी और ग्राउंड लेवल के नागरिकों को मज़ा भी आने वाला है ! बची खूची कसर 2024 के जनवरी में राम मंदिर से शंखनाद के बदौलत पूरी जो की जानी है..  रोज़गार के मसले पर देश ऑटमेशन और स्किल आधारित अर्थव्यवस्था की ओर मुड़ चुका है ! सरकारी नौकरियाँ गिनती की ही रहेंगी और वो उसी को प्राप्त होगा जो योग्य होगा ! 

भारत में राजनीति का तरीक़ा बदल रहा है.. हर चीज़ के अपने अपने मानक होते हैं, लेकिन मोदी और योगी इन मानकों को इतनी दूर लेकर स्थापित कर देंगे की शायद किसी सोने के चम्मच लेकर पैदे होने वाले के लिए सत्ता पाना असम्भव सा होगा…




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